Wednesday, January 11, 2012

म्‍यूचुअल फंड पर पड़ी मंदी की मार

मुंबई। वैश्विक अनिश्चितता और शेयर बाजार की मंदी से वर्ष 2011 में म्यूचुअल फंड उद्योग भी अछूता नहीं रह सका और उद्योग को शेयरों की खरीद फरोख्त में 16,000 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। हालांकि इस दौरान म्यूचुवल फंड उद्योग की शीर्ष कंपनी का आकार बढ़ा है।

भारतीय म्युचुअल फंड संघ (एएमएर्फआ)द्वारा आज जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक सभी फंड हाउस की संचयी औसत प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) 2011 की दूसरी तिमाही में 6,87,640 करोड़ रुपए रही।

वर्ष 2011 की जनवरी-मार्च की अवधि या पहली तिमाही के दौरान 7,03,680 करोड़ रुपए की कुल राशि में 16,040 करोड़ रुपए की कमी आई। विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर बाजार में भारी गिरावट और निवेशकों की धन निकासी के कारण यह नुकसान हुआ। फंड निवशकों से धन संग्रह कर शेयर और रिण प्रतिभूतियों समेत विभिन्न परिसंपत्तियों में निवेश करता है।

पांच प्रमुख फंड हाउस - एचडीएफसी, रिलायंस, आईसीआईसीआइ प्रू, बिड़ला सनलाइफ और यूटीआई म्यूचुअल फंड्स- को नुकसान ज्यादा हुआ क्योंकि उनकी कुल परिसंपत्ति उक्त अवधि में 31,741 करोड़ रुपए गिरकर 3,60,733 करोड़ रुपए रह र्गइ।

वर्ष 2011 के अंत तक एचडीएफसी म्युचुअल फंड ने 88,737.07 करोड़ रुपए की कुल परिसंपत्ति के साथ अपनी नेतृत्व की स्थिति बरकरार रखी। 2011 की पहली तिमाही के मुकाबले 2,455 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई।

No comments:

Post a Comment